धूप देख मैं आ जाऊँ,
छाँव देख शर्मा जाऊँ,
जब हवा करे मुझे स्पर्श,
मैं उसमे समा जाऊँ,
बताओ बताओ कौन हूँ मैं
उत्तर-पसीना
तीन अक्षर का मेरा नाम,
खाने के आता हूँ काम,
मध्य कटे हवा हो जाता,
अंत कटे तो हल कहलाता।
बताओ बताओ मैं कौन हूँ?
उत्तर-हलवा
बचपन जवानी हरी भरी,
बुढ़ापा हुआ लाल,
हरी थी तब फूटी थी जवानी,
लेकिन बुढ़ापे में मचाया धमाल!!
उत्तर-लाल मिर्च
बताओ कौन-सा जानवर है,
जो सोते समय भी जूते पहनकर रखता है।
उत्तर-घोड़ा
एक राजा की गजब है रानी,
दुम के रास्ते वो पीती है पानी!!
बताओ कौन??
उत्तर-दीपक
अंत कटे तो नग बन जाऊँ,
आदि कटे तो गर,
कट जाए यदि मध्य,
तो बन जाता हूँ नर।
उत्तर-नगर
दो अंगुल की है सड़क
उस पर रेल चले बेधड़क,
लोगों के हैं काम आती
समय पड़े तो खाक बनाती।
बताओ कौन??
उत्तर- माचिस
फल नहीं पर फल कहाउ,
नमक मिर्ची के संग सुहाउ,
खाने वाले की सेहत बढ़ाउ,
सीता मैया की याद दिलाउ।
उत्तर- सीताफल
छोटा सा है उसका पेट,
लेता सारा जगत समेट,
चार अक्षर का उसका नाम,
कहानी – कविता भी करता हमको भेंट।
उत्तर- अखबार
क्या आ रहा है लेकिन कभी नहीं आता?
उत्तर :- कल
आपका क्या है लेकिन दूसरों द्वारा उपयोग किया जाता है?
उत्तर:- आपका नाम
ऐसा क्या है जिसके हाथ और एक चेहरा है, लेकिन वह कुछ भी नहीं पकड़ सकता या मुस्कुरा नहीं सकता?
उत्तर: एक घड़ी।
बिना मुंह के क्या बोल सकता है?
उत्तर :- एक प्रतिध्वनि
4 नंबर 5 का आधा कैसे हो सकता है
उत्तर :- क्योंकि FIVE के बीच में IV है।
Tricky Paheliyan in Hindi | Tricky Paheli in Hindi With Answer
आप जितना अधिक इसका उपयोग करते हैं, उतना तेज होता जाता है, क्या ?
उत्तर :- मस्तिष्क।
हिंदी पहेली - उसका नाम बताइए जिसको पीटने पर लोगों को बहुत मज़ा आता है?
उत्तर - ढोलक।
हिंदी पहेली - ऐसी कौन सी चीज है जो पैदा तो समुद्र में होती है लेकिन रहती घर में है?
उत्तर - नमक।
हिंदी पहेली - ऐसी कौन सी चीज है जिसे काटने पर लोग गाना गाने लगते हैं?
उत्तर - बर्थडे-केक।
हिंदी पहेली - औरत का ऐसा कौन सा रूप है जिसे हर कोई देख सकता है लेकिन उसका पति नहीं देख सकता है?
उत्तर - विधवा का रूप।
हिंदी पहेली - ऐसा कौन सा गेट है जिसमें से हम निकल नहीं सकते?
उत्तर - कोलगेट।
हिंदी पहेली - ऐसी कौन सी चीज है जो पानी पीते ही मर जाती है?
उत्तर - प्यास।
हिंदी पहेली - एक आदमी ने अपने हाथ पानी से धोए फिर भी उसके हाथ नहीं भीगे। बताओ कैसे?
उत्तर - क्योंकि उस आदमी ने दस्ताने पहन रखे थे।
हिंदी पहेली - ऐसी कौन सी चीज है जो सारे बच्चे खाते हैं लेकिन अच्छी किसी को नहीं लगती है
उत्तर - डांट-फटकार।

मम्मी जी का मीठा गाना,
मेरे जी को लगे सुहाना |
उत्तर – लोरी
पवन सवारी लेकर उडूं,
धरती से आकाश |
जीवों को जीवन देने,
लाऊँ मैं प्रकाश |
उत्तर – वाष्प
रंग-बिरंगी ठंडी-ठंडी,
फ्रिज में जमा रहती |
बर्फ जमा है साथ मेरे,
गर्मी में राहत देती |
उत्तर – आइसक्रीम
बीसों का सिर काट लिया,
न मारा न खून किया।
उत्तर – नाखून
हरा ताज वह पहने आई,
फिरती फूली-फूली |
गोरा रंग है उसका,
बताओ नाम बड़ी मामूली |
उत्तर – मूली
100 मजेदार पहेलियां उत्तर सहित | Paheliyan in Hindi with Answer
छोटा मोटा राजकुमार,
कपडा पहने एक हजार।
उत्तर – प्याज
हरी-हरी पोशाक हमारी,
हरा- भरा है सबका रूप |
पौधों को भोजन हम देते,
जब भी मिलती हमको धूप |
उत्तर – पत्ती
एक अनोखा डिब्बा वो,
जो बोले और दिखाए |
करे मनोरंजन सबका,
हर घर में पाया जाए |
उत्तर – टीवी
तीन अक्षरों का शब्द,
आदि कटे से गरदन प्यारी |
मध्य कटे से संक्षेप बने,
अंत कटे से बने तरकारी |
उत्तर – सागर
मैं तीन अंकों की संख्या,
सोचो तो मैं कौन हूँ?
मैं ठग-बदमाशों की संज्ञा,
बूझो तो मैं कौन हूँ?
उत्तर – 420
महापुरुषों की धरोहर,
है देश की शान |
तीन रंगों में लहराता,
राष्ट्र की पहचान |
उत्तर – तिरंगा
लकड़ी का एक तख्ता चौकोर,
जिसमें खेल होता है इनडोर |
खेल सकते हैं चार खिलाड़ी,
पंकज नमन कमल किशोर |
उत्तर – कैरमबोर्ड का खेल
बूझो तो जाने | Bujho to Jaane
धन-दौलत से बड़ी है यह,
सब चीजों से ऊपर है यह |
जो पाए पंडित बन जाए,
बिन पाए मूर्ख रह जाए |
उत्तर – विद्या
खट्टा मगर रसीला हूँ,
ऊपर से हरा या पीला हूँ |
गर्मी में मेरी आती बहार,
लगा दूँ रस की धार |
उत्तर – नींबू
धूम धड़ाका खूब करूँ मैं,
तीन अक्षर का मेरा नाम |
अंतिम अक्षर ‘ख’ है मेरा,
नाम बताओ भोलूराम |
उत्तर – पटाखा
जो करता है वायु शुद्ध,
फल देकर जो पेट भरे |
मानव बना है उसका दुश्मन,
फिर भी वह उपकार करे |
उत्तर – पेड़
चार अक्षर का मेरा नाम,
खबरें देना मेरा काम |
रोज सवेरे घर पर आता,
बाल कहानी, कविता लाता |
उत्तर – अखबार
याद सुबह मैं आता हूँ,
दाँतों को चमकाता हूँ |
करके अपना कार्य समय से
दिनभर फिर सुस्ताता हूँ |
उत्तर – टूथब्रश
गलती को में खूब मिटाती,
घिसते-घिसते खुद घिस जाती |
बच्चों की मैं पक्की मित्र,
मिटा-मिटा बनवाती चित्र |
उत्तर – रबड़
बावन सेकंड में गाया जाऊँ,
बोलो बच्चो क्या कहलाऊँ |
गुरुदेव टेगोर की रचना न्यारी,
गाने में लगती है प्यारी |
उत्तर – राष्ट्र गान
डगमग-डगमग, हिलता-डुलता,
सागर की लहरों पर चलता |
जल सेना का साथी सच्चा,
नाम बताओ उसका बच्चा |
उत्तर – पानी का जहाज़
कहे लोमड़ी लगते दूर,
फल है कौन बताओ हुजूर |
उत्तर – अंगूर
हुगली नदी पर बना,
ऐसा है एक सेतू |
चार खंभों पर टिका हुआ,
लोगों को पार कराने हेतू |
उत्तर – हावड़ा ब्रिज
मेरे नाम से सब डरते हैं,
मेरे लिए परिश्रम करते हैं |
उत्तर – परीक्षा
बूझो भैया एक पहेली,
जब काटो तब नई नवेली |
उत्तर – पेंसिल
आवाज है पर इंसान नहीं,
जुबान है पर निशान नहीं |
उत्तर – ऑडियो कैसेट
काली काली माँ, लाल लाल बच्चे,
जहाँ जाए माँ, वहाँ जाएँ बच्चे |
उत्तर – ट्रेन
हरी डिब्बी, पीला मकान,
उसमें बैठे कालू राम |
उत्तर – पपीता और बीज
बेशक न हो हाथ में हाथ,
जीता है वह आपके साथ |
उत्तर – परछाई
कमर बाँध कोने में पड़ी,
बड़ी सबेरे अब है खड़ी |
उत्तर – झाड़ू
तीन रंग की तितली,
नहा धोकर निकली |
उत्तर – समोसा
काला घोड़ा, सफेद सवारी,
एक उतरा तो दूसरे की बारी |
उत्तर – तवा और रोटी
मैं हरी, मेरे बच्चे काले,
मुझे छोड़ मेरे बच्चे खा ले |
उत्तर – इलायची
काले वन की रानी है,
लाल पानी पीती है |
उत्तर – खटमल
एक प्लेट में तीन चम्मच |
उत्तर – पंखा
हरी डंडी, लाल कमान,
तौबा – तौबा करे हर इंसान |
उत्तर – लाल मिर्च
एक पैर है काली धोती,
जाड़े में वह हरदम सोती |
गरमी में है छाया देती
सावन में वह हरदम रोती |
उत्तर – छतरी
एक पहेली मैं बुझाऊँ,
सिर को काट नमक छिड़काऊँ |
उत्तर – खीरा
तीन अक्षर का मेरा नाम,
उल्टा सीधा एक समान |
उत्तर – जहाज
ऊँट की बैठक, हिरन की चाल,
बोलो वह कौन है पहलवान |
उत्तर – मेढ़क
हजार लाख में रहे अँधेरा,
मात्र एक हीं में उजाला |
उत्तर – चाँद
खुशबू उसकी सबसे न्यारी,
कलियां भी लगती है प्यारी |
फूल बड़ा हीं यह है सुंदर,
गुलकंद इसका पान के अंदर |
उत्तर – गुलाब
उल्टा-सीधा एक समान?
तीन अक्षर का मेरा नाम |
मुझसे सुन्दर दिखे जहान,
जरा बताओ मेरा नाम?
उत्तर – नयन
नए जमाने का बच्चा हूँ,
पर कान का कच्चा हूँ |
तुम जो कहते इस पार,
पहुँचा देता हूँ उस पार |
उत्तर – टेलीफोन
न कोई छोटी, न कोई बड़ी,
सात सहेलियों की टोली |
मिलकर रहते सारे,
जैसे दामन और चोली |
उत्तर – सप्ताह के दिन
मुर्गी अंडा देती है,
गाय दूध देती है |
तो ऐसा कौन है, जो
अंडा और दूध दोनों देता है |
उत्तर – दुकानदार
दूर की वस्तु का दर्शन,
विज्ञान का एक चमत्कार |
बता रानी! क्या है
जे एल बेयर्ड का अविष्कार ?
उत्तर – दूरदर्शन
दूध का पोता,
दही का बच्चा,
सब पीते हैं उसे कच्चा |
उत्तर – लस्सी
भैया मैं हूँ तीन पंख का,
चार महीने पाता आराम |
बिजली का प्रवाह मैं सहता,
घंटों मैं तो चलता रहता |
उत्तर – पंखा
धरती में मैं पैर छुपाता,
आसमान में शीश उठाता |
हिलता पर कभी न चलता,
पैरों से हूँ भोजन खाता |
उत्तर – पेड़
डिब्बा देखा एक निराला,
ना ढक्कन ना ताला |
ना है पेंदी, ना है कोना,
बंद है उसमें चाँदी सोना |
उत्तर – अंडा
बिन पावों के चलते देखा,
इत – उत उसको फिरते देखा |
काम विचित्र करते देखा,
जल से उसे मरते देखा |
उत्तर – जूता
मुझे खाना चाहो तो,
सबसे पहले मुझे तोड़ो |
मेरे अंदर है सुनहरा खजाना,
फ्राई कर के झट से खा लो |
उत्तर – अंडा
रात दिन है मेरा,
घर पर तुम्हारे डेरा |
रोज मीठे गीतों से,
करती नया सवेरा |
उत्तर – गौरया
पानी का मटका,
पेड़ पर लटका |
हवा हो या झटका,
उसको नहीं पटका |
उत्तर – टमाटर
दो अँगुली की है सड़क,
उस पर चले रेल बेधड़क |
लोगों के है काम आती,
जरुरत पड़ने पर खाक बनाती |
उत्तर – माचिस
बिना चूल्हे की खीर बनी,
ना मीठी ना नमकीन |
थोड़ा – थोड़ा खा गए,
बड़े – बड़े शौक़ीन |
उत्तर – चूना
दो अक्षर का नाम है,
रहता हरदम जुखाम है |
कागज मेरा रुमाल है,
बताओ मेरा क्या नाम है ?
उत्तर – कलम
चार कुआँ बिन पानी,
चोर अठारह बैठे लिए एक रानी |
आया एक दारोगा लाल,
कुएं में दिया सबको डाल |
उत्तर – कैरमबोर्ड
एक सींग का है चौपाया,
मोटी उसकी खाल |
खाल से किसी जमाने में,
बनती थी ढाल |
उत्तर – गैंडा
पक्षी हूँ मैं अजब निराला,
मैं नहीं हूँ उड़ने वाला |
प्यारे बच्चों ध्यान लगाओ,
झट से मेरा नाम बताओ |
उत्तर – शुतुरमुर्ग
प्यारा सुंदर पक्षी हूँ मैं,
तुंरत मुझे लो पाल |
हरे रंग की काया मेरी,
चोंच है मेरी लाल |
उत्तर – तोता
सोलह, बारह, आठ कड़ी है,
लंबी डंडी एक छड़ी है |
उत्तर – छाता
बत्तीस ईंटों के दुर्ग के भीतर,
छिपी एक महारानी |
हंसकर बोले, दिलों को जीते,
ऐंठे तो याद आए नानी |
उत्तर – जीभ
नींद में मिलूँ, जागने पर नहीं,
दूध में मिलूँ, पानी में नहीं |
दादी में हूँ, नानी में नहीं,
कूदने में मिलूँ, भागने पर नहीं |
उत्तर – “द”
तीतर के दो आगे तीतर,
तीतर के दो पीछे तीतर |
आगे तीतर पीछे तीतर,
बोलों कितने तीतर?
उत्तर – तीन
पैर नहीं तो नग बन जाए,
सिर न हो तो गर |
यदि कमर कट जाए मेरी,
तो हो जाता हूँ नर |
उत्तर – नगर
500 मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित | Paheliyan in Hindi with Answer | Hindi Paheliyan for Kids
नाना ने नानी से
बुझी एक पहेली |
सुबह आती शाम को जाती,
दुल्हन नई नवेली |
उत्तर – सूरज
पुरुषों के है सिर पर सजती,
हर रंग में हैं ये मिलती |
सिखों का तो है यह मान,
बोलो बच्चो इसका नाम |
उत्तर – पगड़ी
प्रथम कटे तो लीन हो जाऊँ,
मध्य कटे चावल बन जाऊँ |
अंत कटे तो भार हो जाऊँ,
किसी देश का नाम कहाऊँ |
उत्तर – भारत
सबसे छोटी जीव कहलाऊँ,
घर-घर में मैं पाई जाऊँ |
मीठा मेरा प्रिय आहार,
मेहनत करना मेरा काम |
उत्तर – चींटी
तीन पैर जिसके,
थोड़ा-थोड़ा खिसके |
चौबीस घंटे करे काम,
करे नहीं तनिक आराम |
उत्तर – घड़ी
बालक में मैं एक बार,
बलशाली में आऊँ दुबारा |
नहीं मिलूँगा तुम्हें बजट में,
बताओ तो मैं कौन हूँ यारा |
उत्तर – “ल”
पीकर पानी पेट भर,
फेफड़े कर लूँ तर |
मुंह से फिर फेंकू हवा,
ठंडा हो जाए घर |
उत्तर – कूलर
एक ऐसा जीव धरती पर,
होता रस्सीनुमा बदन |
कान जिसके होते हीं नहीं,
सर पर बनता फन |
उत्तर – साँप
ऐसा कौन सा रूम है जिसमें न तो कोई खिड़की है और न ही कोई दरवाजा?
उत्तर (जवाब) - मशरूम।
कौवा आसमान में उड़ता है मगर रहता कहाँ है?
उत्तर (जवाब) - पानी में (मगर यानि मगरमच्छ)।
ऐसी कौन सी चीज है जो बिना बुलाए ही आ जाती है। वह हमारे हर कमरे में रहती है लेकिन किराया भी नहीं देती है। हम उसको ना ही पकड़ सकते हैं और ना ही उसे देख सकते हैं। हम उसके बिना रह भी नहीं सकते। बताओ वह कौन है?
उत्तर (जवाब) – हवा।
ऐसी कौन सी जगह है जहाँ अगर 100 लोग जाते हैं तो 99 लोग ही वापस आते हैं?
उत्तर (जवाब) – शमशान-घाट।
Short Paheliyan in Hindi | Short Hindi Paheli With Answer
ऐसी क्या चीज है जिसके पास चेहरा है दो हाथ है मगर टांगे नहीं है?
उतर :- घड़ी
मैं एक आदमी को दो बना देता हूँ मैं क्या हूँ?
उत्तर :- आईना
ऐसी कौन सी चीज है जिसे खाते भी है और पीते भी है?
उत्तर :- पैसा
तुम आंखों से छोटी से छोटी कौन सी चीज देख सकते हो?
उत्तर- चोटी।
मेरे नाम में फूल भी है मेरे नाम में फल भी है बताओ मेरा नाम क्या है?
उत्तर :- गुलाब जामुन
ऐसी कौन सी चीज है जिसके पैर नहीं होते हैं फिर भी वह चढ़ती है?
उत्तर :- शराब
वह क्या है जिसे खाते हीं आप लाल हो जाते हैं और पीते हीं शांत हो जाते हैं?
उत्तर :- पानी
ऐसी कौन सी चीज है जिसे बनाने में काफी वक्त लगता है लेकिन टूटने में एक पल भी नहीं लगता?
उत्तर :- विश्वास
ऐसी कौन सी चीज़ है जो है तो सोने की लेकिन सोने से बहुत सस्ती है?
उत्तर :- चारपाई
ऐसी कौन सी चीज है जो समुद्र में पैदा होती है और घर में रहती है?
ऐसी कौन सी चीज है जो समुद्र में पैदा होती है और घर में रहती है?
उत्तर :- नमक
ऐसी कौन सी चीज़ है जिसके पास आँख होती है लेकिन देख नहीं सकता?
उत्तर :- सुई।
क्या चल सकता है लेकिन चल नहीं सकता?
उत्तर:- जल, नदी।
Z से A तक क्या जाता है?
उत्तर :- ज़ेबरा
इंद्रधनुष का अंत क्या है?
उत्तर: लोग इसे चाहते हैं लेकिन इसे प्राप्त करना या प्राप्त करना लगभग असंभव है।
आप किस कमरे में प्रवेश नहीं कर सकते?
उत्तर :- अक्षर ‘एम’
छोटी पहेलियाँ उत्तर सहित
कल से पहले आज कहाँ है?
उत्तर :- शब्दों के वर्णानुक्रम में होने के कारण शब्दकोश में आज कल से पहले क्यों आता है यह पहले आता है।
जब आप उसका नाम कहते हैं तो क्या गायब हो जाता है
उत्तर:- मौन।
क्या अंधेरा है लेकिन प्रकाश से बनता है
उत्तर:- छाया।
कद लंबा और रूप गोल है,
आए काम जब आती रात |
रोती जलती खड़ी-खड़ी,
कभी न पूछे कोई बात |
उत्तर – मोमबत्ती
ऊपर से नीचे बहता हूँ,
हर बर्तन को अपनाता हूँ |
देखो मुझको गिरा न देना,
वरना कठिन हो जाएगा भरना |
उत्तर – द्रव्य
दादी-नानी का यह धन,
बच्चों का खुश कर दे मन |
उत्तर – कहानी
काली-काली एक चुनरिया,
जगमग-जगमग मोती |
आ सजती धरती के ऊपर
जब सारी दुनिया सोती |
उत्तर – तारों भरा आकाश
बापू के नाम से हुई,
इस शहर की पहचान |
गुजरात की राजधानी,
नगर है बड़ा महान |
उत्तर – गांधीनगर
वह कौन-सी जीव है,
जो हर चीज का स्वाद जीभ
से नहीं अपने पैरों से लेती है?
उत्तर – तितली
दो अक्षर का मेरा नाम,
आता हूँ खाने के काम |
उल्टा लिखकर नाच दिखाऊँ,
फिर क्यों अपना नाम छिपाऊँ?
उत्तर – चना
पांच अक्षर का मेरा नाम,
उल्टा-सीधा एक समान।
दक्षिण भारत में रहती हूँ,
बोलो तो मैं कैसी हूँ?
उत्तर – मलयालम
पवित्र प्यार का चिह्न हूँ मैं,
गैरों को बना लूँ अपना |
उल्टा कर दो सब्जी हूँ,
खा सकते हो मुझे कच्चा |
उत्तर – राखी
प्रथम काट कर “गाली” है,
उसकी मां भी “काली” है |
फिर भी भारतवासी है,
अपना प्यारा साथी है |
उत्तर – बंगाली
उल्टा कर दो रंग भरूं,
सीधा रखो मैं फल हूँ |
बीमारों का दोस्त हूँ मैं,
देता उन्हें बहुत बल हूँ |
उत्तर – चीकू
मोटी घनी पूंछ पीठ पर
काली-काली रेखा है |
दोनों हाथों में उसको मैंने
फल खाते देखा है |
उत्तर – गिलहरी
केरल से आया टिंगू काला,
चार कान और टोपी वाला |
उत्तर – लौंग
देश भी हूँ, औजार भी हूँ,
खींचो अगर तो हूँ पानी |
अढ़ाई अक्षर का नाम है वो,
पूछ रही मेरी नानी |
उत्तर – बर्मा
कठोर भी हूँ और महंगा भी,
उल्टा कर दो सफर करूं |
करवा दूँ सबमें झगड़ा,
मुंह में रख लो प्राण हरूं |
उत्तर – हीरा
उल्टा करो नदी की धारा,
सीधा रखो तो देवी |
पीताम्बर के साथ रहूँ मैं,
नाम बताओ मेरा |
उत्तर – राधा
जीभ नहीं है फिर भी बोले,
पैर नहीं पर जंग में डोले |
राजा-रंक सभी को भाता,
जब आता है खुशियाँ लाता।
उत्तर – रुपया
एक है ठगनी करे कमाल,
दिखती हरी, लिखती लाल |
स्याही नहीं, न रंग गुलाल,
बात जरा सी लगे सवाल |
उत्तर – मेंहदी
सब्जियों का राजा हूँ मैं,
खाए मुझको लालू , शालू |
कार्बोहाइड्रेट खूब मैं देता,
बच्चों मैं क्या कहलाता |
उत्तर – आलू
अंदर सफेद बाहर लाल,
मैं सब्जी हूं एक कमाल |
मुझको छीलो आंसू आए,
बोलो बच्चों क्या कहलाऊँ |
उत्तर – प्याज
ना हूँ फिगर, ना हीं लेडी
लोग कहे मुझे लेडी फिंगर |
मैं सब्जी हूँ एक निराली,
खूब विटामिन मेरे अंदर |
उत्तर – भिंडी
ऐसा क्या है जिसके चार पैर होते हैं, लेकिन केवल एक पैर?
उत्तर: एक बिस्तर।
क्या जीवित है और केवल 1 पैर है?
उत्तर :- एक पैर
ऐसी कौन सी चीज है जिसके पास गर्दन तो है लेकिन सिर नहीं है?
उत्तर :- ऐसा क्या है जिसकी गर्दन तो होती है लेकिन सिर नहीं होता?
ऐसा क्या है जिसके 3 पैर हैं लेकिन हाथ या पैर नहीं हैं?
उत्तर :- एक यार्ड
ऐसा कौन सा फल है
जो कच्चे में मीठा लगता है,
और पकने के बाद खट्टा,
या कड़वा लगता है!!
बताओ बताओ??
उत्तर- अन्नस
ऐसी क्या चीज है,
जो जागे रहने पर ऊपर रहती है
और सो जाने पर
गिर जाती है।
उत्तर: पलकें
अगर प्यास लगे तो पी सकते हैं,
भूख लगे तो खा सकते हैं,
और अगर ठण्ड लगे तो,
उसे जला भी सकते हैं,
बोलो क्या है वो??
उत्तर- नारियल
एक फूल यहां खिला,
एक खिला कोलकाता,
अजब अजूबा हमने देखा,
पत्ते के ऊपर पत्ता
उत्तर- पत्तागोभी
एक मुर्गा आता है,
चल-चलकर रुक जाता है,
चाकू लाओ गर्दन काटे,
फिर चलने लग जाता है??
उत्तर- पेंसिल
मेरे पास गला है,
पर सिर नहीं,
मेरे बाजु है पर हाँथ नहीं,
बताइये मैं कौन हूँ??
उत्तर- शर्ट
जंगल में इसका मायका,
गांव शहर इसका ससुराल,
जब घर में आ गयी दुल्हन,
उठ चला सारा बवाल
उत्तर- झाड़ू
एक पैर है काली धोती
जाड़े में हूँ हरदम सोती,
गर्मी में हूँ छाया देती,
वर्षा में हूँ हरदम रोती।
उत्तर- छाता
है पानी का मेरा चोला
हूँ सफेद आलू-सा गोला,
कहीं उलट यदि मुझको पाओ,
लाओ-लाओ कहते जाओ
उत्तर- ओला
जेब में रहता हूं हरदम,
हर कोई मुझको जाने,
बात कराता दूर-दूर की,
हर कोई मुझको माने,
कोई मेरा नाम पुकारे,
तब गाता हूं मैं गाने।
उत्तर- मोबाइल
एक नार का सस्ता रेट,
लम्बी गर्दन मोटा पेट,
पहले अपना पेट भरे,
फिर सबको शीतल करे??
उत्तर- सुराही
एक टान्ग पर खडी रहू मे,
एक जगह पर अडी रहू मे,
अन्धियारे को दूर भगाऊ,
धीरे धीरे गलती जाऊ..
उत्तर- मोमबत्ती
चार अक्षर का मेरा नाम,
नाम बताओ भोलू राम |
उत्तर – अदरक
एक किले में चोर बसे हैं,
सबका मुंह है काला |
पूंछ पकड़ कर आग लगाई,
झट कर दिया उजाला |
उत्तर – माचिस
काशी में मैं रहू अकेला,
कलकत्ता में दो-दो |
दिल्ली में नहीं पाओगे तुम,
कानपुर में खोजो |
उत्तर – “क”
बचपन जवानी हरी भरी,
बुढ़ापा हुआ लाल,
हरी थी तब फूटी थी जवानी,
लेकिन बुढ़ापे में मचाया धमाल |
उत्तर – मिर्ची
रात्रि बेला के आते हीं,
भरते खूब उड़ान |
जलते-बुझते दीप सरीखे,
बारिश के हम मेहमान |
उत्तर – जुगनू
मैं कागज का ऐसा टुकड़ा,
ठुमक-ठुमक कर जाऊँ |
हर-शहर और गांव-गांव में
सबके संदेश पहुंचाऊँ |
उत्तर – पत्र
खुशबू उसकी सबसे न्यारी,
कलियां भी लगती है प्यारी |
फूल बड़ा हीं यह है सुंदर,
गुलकंद इसका पान के अंदर |
उत्तर – गुलाब
जिसके आँगन में जीवन संभव,
जिसको नील ग्रह सब माने |
जो सूरज के आगे-पीछे घूमें,
नाम बताओ तो हम माने |
उत्तर – पृथ्वी
Hindi Paheliyan Jawab Ke Sath
छू जाने से ही यह शारमाए,
देख रूप अपना ही इतराए |
छोटा फूल बड़ा शर्मिला यहीं,
फूल बताओ ये क्या कहलाए |
उत्तर – छुई-मुई
कश्मीर का फल है यह न्यारा,
हिमाचल में सभी का यह प्यारा |
हरा-लाल रंग इसका अनोखा,
लौह खनिज का अनुपम भंडारा |=
उत्तर – सेब
पीले रंग से गहरा नाता,
मेरी रंगत सबको भाती |
घरती ओढ़ती मेरी चुनरी,
वसंत ऋतु में आती |
उत्तर – सरसों
चिड़िया सी आंगन में चहके,
फुलवारी सा जिससे घर महके |
अपनी होते हुए पराई,
क्या कुछ-कुछ समझ में आई |
उत्तर – बिटिया
एक कटोरी चूने के पानी को,
अगर मुँह से फूंका जाए |
मुँह से निकली कौन-सी गैस,
जिससे पानी दुधिया हो जाए |
उत्तर – कार्बन डाइऑक्साइड
रूई जैसा लगता,
फिर भी रूई नहीं |
भरा लबालब पानी,
फिर भी रूई नहीं |
उत्तर – बादल
चार अक्षर से बनकर मैं तो,
आया सबके हाथ में |
बात करो या गाने सुनो,
रखना अपने साथ में |
उत्तर – मोबाइल
मैं हूँ एक ऐसा तारा,
धूप सभी को देता हूँ |
सभी ग्रहों का मुखिया हूँ मैं,
तुमसे कुछ न लेता हूँ |
उत्तर – सूरज
जय जवान जय किसान,
किसका था नारा?
कौन था वह ईमानदार,
देश का दुलारा?
उत्तर – लाल बहादुर शास्त्री
अलग-अलग पर एक हीं नाम,
रूप एक सा एक हीं काम |
कुछ ना बोले लेकिन सुनते संग
हम दोनों के बीच सुरंग |
उत्तर – कान
बारह कदम चलकर रुक जाती,
फिर कोई दूसरी आती |
ये क्रम सदा बना रहता है,
उसको मनुज क्या कहता है |
उत्तर – साल
एक चीज़ का सस्ता रेट,
लम्बी गर्दन, मोटा पेट |
पहले अपना पेट भरे,
फिर सबकी प्यास बुझाए |
उत्तर – सुराही
सुबह-सुबह सबके घर जाताा,
कदम कदम हरि के गुण गाता |
पाता कुछ बहुत दे जाता,
पहेली का है किससे नाता |
उत्तर – भिखारी
तरुवर में शान इनकी,
सकल अंग कड़वापन |
जड़ से होती औषधि,
बताओ तो बेटा चुन्नू |
उत्तर – नीम का पेड़
वह कौन है,
जिसका सिर नहीं है,
फिर भी वह टोपी पहनता है |
उत्तर – बोतल
धीरे-धीरे वह चलता है,
पेड़ों पर भी चढ़ता है |
ओढ़े इक काली रजाई,
मजे से खाए रस-मलाई |
उत्तर – भालू
चिंकी के पिता के 5 बच्चे हैं –
चिंकु, मिंटु, टिंकु, सुनूं तो बताओं
पांचवे बच्चे का नाम क्या है?
उत्तर – चिंकी
तीन नदियों का मेल निराला,
उससे निकली न्यारी धारा |
उस धारा का नाम बताओ,
तभी बच्चों टॉफी पाओ |
उत्तर – संगम
नदी किनारे खड़ा रहे,
मारे एकटक नैन |
जब तक मीन न पकड़े,
न मिले उसे चैन |
उत्तर – बगूला
तनी है चादर जिसके ऊपर,
पड़ने ना दे पानी हम पर |
उत्तर – छाता
राजा के बाग में नहीं,
पर राजकीय कहलाए |
मानुष बोली बोले,
अपनी पहचान बतलाए |
उत्तर – मैना
अंडा बिके बीच बाजार,
दर्जन भर सौ पचास |
बन तंदूरी और कबाब,
स्वाद लगे खासम-खास |
उत्तर – मुर्गी
सीधी होकर नीर पिलाती,
उल्टी होकर दीन कहलाती |
उत्तर – नदी
वर्गाकार खेत में होते,
बीस कुशल मजदूर |
खेत के हर कोने में,
होते कुएँ दूर-दूर |
उत्तर – कैरम बोर्ड
तीन अक्षरों का नाम,
उल्टा-सीधा एक समान |
नदी-ताल की आन,
राष्ट्र की है एक शान |
उत्तर – जलज
फल के अन्दर बिस्तर अपना,
छिपे-छिपे हम सोए रहते |
मिट्टी में मिलकर हम उग आते
बताओ तो हम क्या हैं?
उत्तर – बीज
एक छोटे कद का जानवर,
कहते कम अक्ल का |
पर होता मेहनतकश,
घोड़े का हमशक्ल का |
उत्तर – गधा
खुशबू है पर फूल नहीं,
जलती है पर ईर्ष्या नहीं |
उत्तर – अगरबत्ती
धरती पर खड़ा मैं रहता,
सबको हूँ जीवन मै देता |
गन्दी हवा को सोख मैं लेता,
शुद्ध हवा बदले में देता |
उत्तर – पेड़
सिर संग भी है नाता मेरा,
बिस्तर से भी नाता |
बोझ उठा कर आपका मैं,
मीठी नींद सुलाता |
उत्तर – तकिया
काले कपड़े कड़वी बोली,
लेकिन चतुर कहलाता हूँ |
पाल पराए बच्चों को मैं,
मूर्ख भी बन जाता हूँ |
उत्तर – कौआ
मारे फिर भी आदर पाता,
पुलिस नहीं फिर क्या कहलाता |
उत्तर – टीचर
रंग नहीं है रूप नहीं है,
किंतु अनेक नाम |
जीवन मेरे बिना असंभव है,
बच्चों बताओ मेरा नाम |
उत्तर – पानी
एक ऐसा जीव धरती पर,
होता रस्सीनुमा बदन |
कान जिसके होते हीं नहीं,
सर पर बनता फन |
उत्तर – साँप
सर्दी आए मुझको पाओ,
जुकाम सब दूर भगाओ |
अंग्रेजों की खोज निराली,
चुस्ती-फुर्ती देने वाली |
उत्तर – चाय
पीकर पानी पेट भर,
फेफड़े कर लूँ तर |
मुंह से फिर फेंकू हवा,
ठंडा हो जाए घर |
उत्तर – कूलर
जून माह का तारीख एक,
प्रथम सप्ताह में रहता |
पर्यावरण सुरक्षा की बात,
हर कोई जरूर कहता |
उत्तर – 5 जून
बालक में मैं इक बार,
बलशाली में आऊँ दुबारा |
नहीं मिलूँगा तुम्हें बजट में,
बताओ तो मैं कौन हूँ यारा |
उत्तर – “ल”
तीन पैर जिसके,
थोड़ा-थोड़ा खिसके |
चौबीस घंटे करे काम,
करे नहीं तनिक आराम |
उत्तर – घड़ी
सबसे छोटी जीव कहलाऊँ,
घर-घर में मैं पाई जाऊँ |
मीठा मेरा प्रिय आहार,
मेहनत करना मेरा काम |
उत्तर – चींटी
प्रथम कटे तो लीन हो जाऊँ,
मध्य कटे चावल बन जाऊँ |
अंत कटे तो भार हो जाऊँ,
किसी देश का नाम कहाऊँ |
उत्तर – भारत
पुरुषों के है सिर पर सजती,
हर रंग में हैं ये मिलती |
सिखों का तो है यह मान,
बोलो बच्चो इसका नाम |
उत्तर – पगड़ी
नाना ने नानी से
बुझी एक पहेली |
सुबह आती शाम को जाती,
दुल्हन नई नवेली |
उत्तर – सूरज
दूध का पोता,
दही का बच्चा,
सब पीते हैं उसे कच्चा |
उत्तर – लस्सी
दूर की वस्तु का दर्शन,
विज्ञान का एक चमत्कार |
बता रानी! क्या है
जे एल बेयर्ड का अविष्कार ?
उत्तर - दूरदर्शन
मुर्गी अंडा देती है,
गाय दूध देती है |
तो ऐसा कौन है, जो
अंडा और दूध दोनों देता है |
उत्तर – दुकानदार
भक्त उन्हें पूजते हैं,
पर वे कोई भगवान नहीं |
एक कुशल खिलाड़ी तो हैं हीं,
इसमें कोई हैरान नहीं |
उत्तर – सचिन तेंदुलकर
न कोई छोटी, न कोई बड़ी,
सात सहेलियों की टोली |
मिलकर रहते सारे,
जैसे दामन और चोली |
उत्तर – सप्ताह के दिन
नए जमाने का बच्चा हूँ,
पर कान का कच्चा हूँ |
तुम जो कहते इस पार,
पहुँचा देता हूँ उस पार |
उत्तर – टेलीफोन
उल्टा-सीधा एक समान?
तीन अक्षर का मेरा नाम |
मुझसे सुन्दर दिखे जहान,
जरा बताओ मेरा नाम?
उत्तर – नयन
हुगली नदी पर बना,
ऐसा है एक सेतू |
चार खंभों पर टिका हुआ,
लोगों को पार कराने हेतू |
उत्तर – हावड़ा ब्रिज
कहे लोमड़ी लगते दूर,
फल है कौन बताओ हुजूर |
उत्तर – अंगूर
कौन कुंवारा आजीवन था
किसे प्रकृति से था प्यार |
किसका साहित्य छायावाद पर
नाम बताओ, सोच-विचार |
उत्तर – सुमित्रानंदन पंत
पारिवारिक व राष्ट्र-भावना,
किसके साहित्य में दृश्यमान |
राजनीति में रही सक्रिय
ओज-वीर उसकी पहचान |
उत्तर – सुभद्रा कुमारी चौहान
डगमग-डगमग, हिलता-डुलता,
सागर की लहरों पर चलता |
जल सेना का साथी सच्चा,
नाम बताओ उसका बच्चा |
उत्तर – पानी का जहाज़
बावन सेकंड में गाया जाऊँ,
बोलो बच्चो क्या कहलाऊँ |
गुरुदेव टेगोर की रचना न्यारी,
गाने में लगती है प्यारी |
उत्तर – राष्ट्र गान
गलती को में खूब मिटाती,
घिसते-घिसते खुद घिस जाती |
बच्चों की मैं पक्की मित्र,
मिटा-मिटा बनवाती चित्र |
उत्तर – रबड़
तीन अक्षर का मेरा नाम,
जीवन लेना मेरा काम |
प्रथम कटे रोना बन जाऊँ,
मध्य कटे कोना कहलाऊँ |
उत्तर – कोरोना
याद सुबह मैं आता हूँ,
दाँतों को चमकाता हूँ |
करके अपना कार्य समय से
दिनभर फिर सुस्ताता हूँ |
उत्तर – टूथब्रश
चार अक्षर का मेरा नाम,
खबरें देना मेरा काम |
रोज सवेरे घर पर आता,
बाल कहानी, कविता लाता |
उत्तर – अखबार
जो करता है वायु शुद्ध,
फल देकर जो पेट भरे |
मानव बना है उसका दुश्मन,
फिर भी वह उपकार करे |
उत्तर – पेड़
धूम धड़ाका खूब करूँ मैं,
तीन अक्षर का मेरा नाम |
अंतिम अक्षर ‘ख’ है मेरा,
नाम बताओ भोलूराम |
उत्तर – पटाखा
खट्टा मगर रसीला हूँ,
ऊपर से हरा या पीला हूँ |
गर्मी में मेरी आती बहार,
लगा दूँ रस की धार |
उत्तर – नींबू
धन-दौलत से बड़ी है यह,
सब चीजों से ऊपर है यह |
जो पाए पंडित बन जाए,
बिन पाए मूर्ख रह जाए |
उत्तर – विद्या
बहुत साधारण था व्यक्तित्व,
कहते थे सभी बाबा उनको |
संविधान निर्माता थे वह,
बताओ क्या नाम है उनका |
उत्तर – भीम राव अंबेडकर
लकड़ी का एक तख्ता चौकोर,
जिसमें खेल होता है इनडोर |
खेल सकते हैं चार खिलाड़ी,
पंकज नमन कमल किशोर |
उत्तर – कैरमबोर्ड का खेल
महापुरुषों की धरोहर,
है देश की शान |
तीन रंगों में लहराता,
राष्ट्र की पहचान |
उत्तर – तिरंगा
मैं तीन अंकों की संख्या,
सोचो तो मैं कौन हूँ?
मैं ठग-बदमाशों की संज्ञा,
बूझो तो मैं कौन हूँ?
उत्तर – 420
बूझो बच्चों एक पहेली,
काली थाल की गोरी सहेली |
घूम-घूम कर नाच दिखाती,
फूल के मैं कुप्पा हो जाती |
उत्तर – रोटी
ऊँचा-ऊँचा जो उड़े,
न बादल न चील |
कभी डोर उसकी खींचे,
कभी पेंच में ढील |
उत्तर – पतंग
बादल बरसे बिजली चमके,
या बरसे अंगारा |
मातृभूमि की रक्षा खातिर,
बीते जीवन हमारा |
उत्तर – फौजी
सउमा मेरा उल्टा नाम,
कम्प्यूटर पर करता काम |
उत्तर – माउस
तीन अक्षरों का शब्द,
आदि कटे से गरदन प्यारी |
मध्य कटे से संक्षेप बने,
अंत कटे से बने तरकारी |
उत्तर – सागर
एक अनोखा डिब्बा वो,
जो बोले और दिखाए |
करे मनोरंजन सबका,
हर घर में पाया जाए |
उत्तर – टीवी
खिड़की में बैठा रहता हूँ,
पानी पीकर जीता |
घास लगी है मेरे अंदर
उसको तर कर देता |
हवा मेरी है सबसे व्यारी,
नाम बताओ गुड़िया प्यारी |
उत्तर – कूलर
हरी-हरी पोशाक हमारी,
हरा- भरा है सबका रूप |
पौधों को भोजन हम देते,
जब भी मिलती हमको धूप |
उत्तर – पत्ती
हरा ताज वह पहने आई,
फिरती फूली-फूली |
गोरा रंग है उसका,
बताओ नाम बड़ी मामूली |
उत्तर – मूली
रंग-बिरंगी ठंडी-ठंडी,
फ्रिज में जमा रहती |
बर्फ जमा है साथ मेरे,
गर्मी में राहत देती |
उत्तर – आइसक्रीम
Frequently Asked Questions
Q1. वह कौन सी चीज है जिसका नाम लेते ही टूट जाती है?
Ans. चुप्पी
Q2. मैं एक आदमी को दो बना देता हूं मै कौन हूं?
Ans. आईना
Q3. ऐसा कौन सा फल है जिसको सीधा करने पर लड़की का नाम आता है?
Ans. खीरा
Q4. ऐसी कौन सी चीज है जो लड़कियां बिना पैसे लिए नहीं देती है?
Ans. विधवा रूप
Conclusion
Hope You Guys Enjoy the Post of Hindi Paheli, Hindi Paheliyan With Answer, Hindi Paheliyan for Kids, 50 मजेदार पहेलियां उत्तर सहित and More. Feel Free to Share These Hindi Paheli With Your Social Media Platform and With Your Family and Friends.
Post a Comment
Please do not enter any spem link in the comment box.